जौनपुर । जिलाधिकारी आवास एवं जनपद न्यायालय जौनपुर के मध्य मुख्य मार्ग पर सन् 1841 के सितम्बर माह में निर्मित पुलिया, जो जिला जेल जौनपुर के तत्कालीन बन्दियों के द्वारा निर्मित है। जिसपर 184 वर्षों से लगातार सुगमता पूर्वक आवागमन जारी होने के बावजूद भी यह अति सम्मानित पुलिया पुरातात्विक उपेक्षा एवं अतिक्रमण का शिकार है।
वरिष्ठ पत्रकार सत्याग्रही यशवन्त कुमार गुप्त ने बताया कि भ्रमण करते समय जब इस पुलिया के डेढ़ फीट मोटी रेलिंग पर मेरा नजर गया तो रेलिंग के मध्य एक शिलालेख दिखा, जिसको मेरे द्वारा अवलोकन किया गया तो पता चला कि सन् 1841 के सितम्बर माह में निर्मित पुलिया, जो जिला जेल जौनपुर के तत्कालीन बन्दियों के द्वारा निर्मित है। जिसपर 184 वर्षों से लगातार सुगमता पूर्वक आवागमन जारी है। इसके बावजूद भी यह अति सम्मानित पुलिया पुरातात्विक उपेक्षा एवं अतिक्रमण का शिकार है। जिसपर स्पष्ट रूप से अंग्रेजी शब्दों में अंकित है:-
BUILT BY PRISONERS
IN SEPTEMBER 1841
S L BE CIIER ESO
J MAG
उक्त पुलिया पर 184 वर्षों से लगातार सुगमता पूर्वक आवागमन जारी है उसके निर्माणकर्ता बन्दियों की यादगार में उक्त पुलिया को राष्ट्रीय धरोहर के रूप में संरक्षित कर उसके देखरेख का उचित प्रबन्ध करने हेतु वरिष्ठ पत्रकार सत्याग्रही यशवन्त कुमार गुप्त द्वारा जिलाधिकारी को एक पत्रक देकर माँग किया गया है।