राजेश कुमार गुप्त
सिकरारा जौनपुर। योगी सरकार में भी अधिकारी, कर्मचारी भ्रष्टाचार में पूरी तरह से लिप्त है। आये दिन एंटी करप्शन टीम कर्मचारियों को घूस लेते रंगे हाथ पकड़ रही है। इसके बाद भी रिश्वतखोरी चरम पर है। एंटी करप्शन टीम वाराणसी ने शुक्रवार को एक और कर्मचारी को तीस हजार रुपये रिश्वत लेते हुए मछलीशहर बस स्टैंड से गिरफ्तार किया है। नेवढ़िया थाना क्षेत्र के परशुरामपुर गांव के निवासी वीरेंद्र कुमार ने एंटी करप्शन टीम से शिकायत किया कि उसकी माँ सुदामा (ग्राम प्रधान) द्वारा कराये गये कार्य के आडिट करने के एवज में तीस हजार रूपये रिश्वत की मांग की गयी थी। जिसे संज्ञान लेते हुए एंटी करप्शन टीम वाराणसी ने जाल बिछाकर आज दिन में करीब साढ़े 12 बजे ज्येष्ठ लेखा परीक्षक, लेखा परीक्षा विभाग, विकास भवन जौनपुर सत्य नरायण पुत्र दीनानाथ ग्राम घाटमपुर पो. मेलारा बेलवाई माधोपुर अखण्डनगर जनपद सुल्तानपुर को रंगे हाथ 30 हजार रुपये घुस लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। इस अपराध की सिकरारा थाने में लिखा पढ़ी किया गया। इधर, कर्मचारी की गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही विकास भवन में खलबली मच गई। लोग जानकारी करने लगे तो पता चला कि गिरफ्तार कर्मचारी विकास भवन में कार्यरत नहीं है। इसके बाद जिला प्रशासन ने स्पष्टीकरण देते हुए बताया कि गिरफ्तार कर्मचारी आडिट क्षेत्र विकास खंड रामनगर में कार्यरत है। गिरफ्तार करने वाली टीम में निरीक्षक मैनेजर सिंह, ट्रैप टीम प्रभारी वाराणसी नीरज कुमार सिंह, राजेश कुमार यादव, शैलेश कुमार, विनोद कुमार, सुमित कुमार भारती, अजीत सिंह, अजय कुमार यादव, आशीष शुक्ला, सूरज गुप्ता, वीरेंद्र प्रताप सिंह शामिल रहे।